उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
रामनगर के मालधन क्षेत्र में तैनात महिला ग्राम पंचायत अधिकारी अपनी कार्यशैली से फिर विवादों में घिर गई है, बता दें कि इससे पूर्व कोटाबाग ब्लॉक के सैकड़ों ग्राम प्रधान व जनप्रतिनिधियों ने भी महिला ग्राम पंचायत कुमारी महजबी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, वही फिर एक बार महिला ग्राम पंचायत अधिकारी पर मालधन के ग्रामीण देवेंद्र चंदोला ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है, वही आज रामनगर ब्लाक कार्यालय पहुंचकर सीडीओ (मुख्य विकास अधिकारी) को भी कई पंचायत प्रतिनिधियों ने उस महिला अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया उन्होंने महिला ग्राम पंचायत अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए मुख्य विकास अधिकारी को भी आज लिखित शिकायत की, वही आरोपों को गंभीरता से देखते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने जांच के आदेश दे दिए हैं. इस विषय में जानकारी देते हुए पीड़ित कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष देवेंद्र चंदोला ने बताया कि ग्राम आनंदनगर मालधन की पंचायत अधिकारी कुमारी मजहबी के खिलाफ गांव के कई जनप्रतिनिधियों ने कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष देवेंद्र चंदोला ने बकायदा महिला पंचायत अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर भी दी है।
पुलिस की मालधन चौकी में दी गई इस तहरीर में पीड़ित देवेंद्र चंदोला ने आरोप लगाया कि वह 21 मार्च को 2:30 बजे स्वर्गीय बलदेव पुत्र बहादुर राम निवासी आनंदनगर के मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु ब्लॉक कार्यालय गया था। अचानक ग्राम पंचायत अधिकारी कुमारी मजहबी कार्यालय में आई और उनके क्षेत्र विशेष मालधन के लोगों और जनप्रतिनिधियों को जातिसूचक गालियां देने लगी ब्लॉक कांग्रेस और यूथ कांग्रेस विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष देवेंद्र चंटोला ने उक्त महिला अधिकारी पर धमकाने का भी आरोप लगाया है। ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ जिला पंचायत सदस्य कुमारी मीरा, क्षेत्र पंचायत सदस्य राहुल, क्षेत्र पंचायत सदस्य तनुजा देवी, क्षेत्र सदस्य रीना देवी, ग्राम प्रधान आरती देवी आदि जनप्रतिनिधियों ने मुख्य विकास अधिकारी को शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
वही चंदोला ने महिला पर गंभीर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि निर्माण कार्यों के भुगतान के एवज में 15% कमीशन एडवांस में मांगने का भी आरोप लगाया। वही मामले में मुख्य विकास अधिकारी डॉक्टर संदीप तिवारी ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में भी आया है और लिखित में मजहबी के खिलाफ शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है। मैंने जिला पंचायत अधिकारी को इसमें जांच अधिकारी नामित किया है जिसमें उनको 2 हफ्ते का समय दिया गया है कि इसमें जांच करके जितने भी तत्य हैं अवगत कराएं और अगर यह शिकायत सही पाई जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।