मुख्यमंत्री धामी सख्त: असुरक्षित स्कूल भवनों में नहीं बैठेंगे बच्चे, सभी स्कूलों और पुलों का होगा सुरक्षा ऑडिट

ख़बर शेयर करें -
मुख्यमंत्री धामी सख्त: असुरक्षित स्कूल भवनों में नहीं बैठेंगे बच्चे, सभी स्कूलों और पुलों का होगा सुरक्षा ऑडिट

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक


मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश के सभी स्कूल भवनों का सुरक्षा ऑडिट किया जाए। जर्जर एवं असुरक्षित स्कूल भवनों में बच्चों को किसी भी स्थिति में न बैठाया जाए। बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जहां भी स्कूल भवन मरम्मत योग्य हो, वहां शीघ्र मरम्मत कराया जाए और जहां पुनर्निर्माण की आवश्यकता हो, वहां उसकी कार्य योजना बनाकर तत्परता से क्रियान्वयन किया जाए।

यह भी पढ़ें 👉  रामनगर पुछड़ी में अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई: 52 अवैध घर ढहाए, 90 से अधिक परिवार प्रभावित

प्रदेश के सभी पुलों का भी सुरक्षा ऑडिट करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिन पुलों की स्थिति खराब हो रही है, उनका आवश्यकतानुसार मरम्मत और पुनर्निर्माण का कार्य प्राथमिकता पर किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि पुलों की स्थिति पर नियमित निगरानी रखी जाए और कहीं भी जर्जर पुलों के कारण कोई जनहानि न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रियुगीनारायण और राज्य के अन्य स्थल जो वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किये जा रहे हैं, उनकी कार्यवाही में तेजी लाई जाय। यह राज्य के पर्यटन और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इन स्थलों के विकास में गुणवत्ता, सुविधा और सांस्कृतिक गरिमा का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही, अन्य राज्यों की वेडिंग पॉलिसी का अध्ययन भी किया जाए ताकि उत्तराखंड में एक प्रभावी और आकर्षक वेडिंग डेस्टिनेशन नीति विकसित की जा सके।

यह भी पढ़ें 👉  दबंगई का खेल खत्म — SSP मंजुनाथ ने लिया तत्काल संज्ञान, सभी आरोपी पकड़े गए** पन्नू का लाइसेंसी लाइसेंसी रिवाल्वर जफ़्त लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्यवाही** दोहराई हरकत तो लगेगा गुंडा एक्ट और होगी जिला बदरी की कार्यवाही*

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि राज्य में दो स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन विकसित किये जाने की दिशा में तेजी से कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य में धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पर्यटन को सुदृढ़ करने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को भी सशक्त करेगी। संबंधित विभागों को इस दिशा में आपसी समन्वय के साथ ठोस कार्य योजना बनाकर कार्य करने के उन्होंने निर्देश दिए हैं।

यह भी पढ़ें 👉  कृषि, पशुपालन, मत्स्य और शहद उत्पादन बढ़ाने की अपील

बैठक में प्रमुख सचिव  आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव  शैलेश बगोली,  विनय शंकर पाण्डेय, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, आईजी  के.एस.नगन्याल, अपर सचिव  बंशीधर तिवारी मौजूद थे।