उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

खटीमा – चुनावी विवाद को लेकर दो राजनीतिक दलों के बीच मतदान से एक दिन पहले विवाद हो गया है। रविवार को भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हो गया। विवाद ने धीरे धीरे तूल पकड़ लिया। मामले में फायरिंग के बाद एक पक्ष ने कारवाई की मांग की और धरना देना शुरू कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरिदरजीत सिंह ने स्वयं मौके पर पहुंच कर धरना प्रदर्शन सम्पात करा दिया। खटीमा कोतवाली पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।देर शाम को भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत भी पुलिस चौकी जा पहुंचे, उन्होंने पीड़ित परिवार की कुशलक्षेम जानी और पुलिस से मामले के आरोपित लोगों की गिरफ्तारी की मांग उठाई।
वहीं देर रात जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरिदरजीत सिंह ने मामले में लापरवाही बरतने पर मझौला चौकी प्रभारी जगत शाही को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि आरोपियों के साथ ही हाइवे पर जाम लगाने वाले को भी चिन्हित कर उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।बाकौल पुलिस के मझौला निवासी हरप्रीत सिंह ने आरोप लगाया है कि 13 फरवरी की दोपहर करीब दो बजे सतपुड़ा सोनी लाहोरिया, माझौला निवासी विशाल पटेल,भगचुरी निवासी अजय मौर्या,चदेली निवासी रोशन बाढ़, हल्दी निवासी गुरप्रीत सिंह और माझौला निवासी राहुल पटेल अपने करीबी 24 अज्ञात साथियों के साथ ग्राम वनगावा में चुनाव में मतदान करने वाले लोगों को खरीदने के मकसद से शराब और पैसा बांटने आए थे।
जिसका उसने व उसके तीन साथियों ने विरोध किया।जिस पर उक्त लोगों द्वारा उसे व उसके साथियों को चुनाव के बाद जान से मारने की धमकी दी और वहां से चले गए। मतदान के बाद मंगलवार को उक्त लोगों ने गाली गलौज करते उसके घर में जबरन घुस आए और परिजनों के साथ मारपीट शुरू कर दी।इस पर वह घर से भागकर स्त्रहमील पुलिस चौकी पहुचा, यहां उसने अपने साथ हुई मारपीट की बात पुलिस को बताई। इसी दौरान उक्त आरोपियों में से एक आरोपी ने उसे जान से मारने के मकसद से गोली चला दी। जिस पर वह बाल बाल बच गया। गोली चलाने के मामले की सूचना से लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। आक्रोशित लोगों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई और धरने पर बैठ गए। पीड़ित परिवार की मदद करने आए भारतीय किसान यूनियन के नेताओं मौके पर पहुच कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
वहीं पीड़ित परिवार की सुनवाई न होने से क्रोधित लोगों ने समर्थकों सहित खटीमा हाइवे पर जाम लगा दिया। आरोपित लोगों की कार में तोड़फोड़ कर दी। पीड़ित परिवार भी भाकियू कार्यकर्ताओं के साथ सड़क जाम कर धरने पर बैठ गया। आरोपित लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग उठाई गई। करीब तीन घंटे तक धरना प्रदर्शन जारी रहा और उसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक नगर ममता वोहरा ने कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया। मौके पर पीड़ित युवक के पिता सर्वजीत सिंह ने भी अपने समर्थकों के साथ देर रात तक मौजूद थे। देर शाम को कोतवाली पुलिस ने आरोपीयों के खिलाफ धारा 147,307,323,452,504,506 आईपीसी के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली।
इधर पूरे मामले का संज्ञान लेने किसान नेता राकेश टिकैत ने स्त्रहमील पुलिस चौकी पहुंचे और पीड़ित परिवार की कुशलक्षेम पूछी। खटीमा कोतवाल नरेश चौहान से उन्होंने पूरी जानकारी ली। उन्होंने पुलिस से शीघ्र मामले के आरोपित लोगों की गिरफ्तारी मांग उठाई। किसान नेता टिकैत ने पीड़ित परिवार को आश्वस्त किया कि अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं करती है तो किसान संगठन आंदोलन करेंगे। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर ममता वोहरा, सीओ खटीमा भूपेंद्र सिंह भंडारी, कोतवाल नरेश चौहान, चौकी प्रभारी जगत सिंह शाही, एस आई होशियार सिंह, कैलाश सिंह देव सहित भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद थी।













