पाटकोट गांव में 10 दिन से पेयजल संकट, ग्रामीण परेशान, सरकार के ‘हर घर नल’ वादे की खुली पोल, विभाग पर लगाए गंभीर आरोप।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
रामनगर (पाटकोट), रामनगर क्षेत्र के अंतर्गत पाटकोट गांव में बीते दस दिनों से पेयजल संकट बना हुआ है। गर्मी के इस मौसम में पानी की एक-एक बूंद के लिए ग्रामीणों को तरसना पड़ रहा है। लगातार शिकायतों के बावजूद विभागीय उदासीनता के चलते समस्या जस की तस बनी हुई है।
समाजसेवी नरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि सरकार ‘हर घर जल, हर घर नल’ योजना के अंतर्गत लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात बेहद खराब हैं। गांव के हर घर में दो-दो नल कनेक्शन तो लगा दिए गए हैं, लेकिन उनमें पानी नहीं आ रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव में पाइपलाइन बिछाने पर करोड़ों की लागत खर्च की जा चुकी है, फिर भी हेड से पानी की आपूर्ति ही नहीं हो रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि हर साल गर्मियों में जलस्रोत सूख जाते हैं, और बारिश के मौसम में हेड क्षतिग्रस्त हो जाता है। स्थिति यह हो गई है कि ग्रामीण स्वयं विभागीय कर्मचारियों के साथ मिलकर हेड की मरम्मत करने जाते हैं।
ग्रामवासी केशव बधानी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही पेयजल संकट का समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण पेयजल विभाग का घेराव करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पेयजल निगम और विभाग एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर जिम्मेदारी से बच रहे हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन और राज्य सरकार से मांग की है कि इस perennial समस्या का स्थायी समाधान किया जाए, ताकि आने वाले समय में उन्हें जल संकट से दो-चार न होना पड़े।

