देहरादून आइएसबीटी में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म: पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया, चार के खिलाफ मामला दर्ज।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
कोलकाता में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म के बाद हत्या को लेकर पूरा देश आक्रोश में है, इसी बीच शनिवार को देहरादून स्थित अंतरराज्यीय बस अड्डा (आइएसबीटी) परिसर में खड़ी बस में 16 वर्षीय किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आ गया। घटना 12 अगस्त मध्य रात्रि की है। पीड़िता मानसिक रूप से अस्वस्थ बताई जा रही है। चाइल्ड बेलफेयर कमेटी ने उसे बदहवास स्थिति में आइएसबीटी से रेस्क्यू किया। पीडित किशोरी पंजाब की निवासी है। वह पंजाब से दिल्ली पहुंची और वहां से मुरादाबाद। इसके बाद परिवहन निगम की बस से देहरादून पहुंची थी। कमेटी के सदस्यों ने जब किशोरी की काउंसलिंग की तो घटना का पता चला। किशोरी ने काउंसलिंग में बताया कि बस लाल रंग की थी।
थी, ऐसे में संदेह है कि बस उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की हो सकती है। शनिवार शाम चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने आइएसबीटी पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने चार अज्ञात युवकों के खिलाफ पर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया। किशोरी का रविवार विवार को मेडिकल कराया जाएगा।
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की सदस्य प्रीति श्रपलियाल ने बताया कि 13 अगस्त की शाम आइएसबीटी के बाहर हेल्पलाइन की टीम ने किशोरी को बदहवास स्थिति में देखा। इस पर उससे पूछताछ की तो वह रोने लगी और बोली कि उसके साथ गलत काम हुआ है। टीम किशोरी को बालिका निकेतन ले गई। किशोरी ने बताया कि पंजाब की रहने वाली करीब 16 वर्ष है। उसके माता-पिता का देहांत हो चुका है। वह अपनी बहन व जीजा के साथ रहती थी।
बहन व जीजा ने 11 अगस्त को उसे घर से निकाल दिया। जिसके बाद वह बस से दिल्ली पहुंची। जहां से दूसरी बस से मुरादाबाद पहुंची और वहां 12 अगस्त की शाम उसे देहरादून जाने वाली बस दिखी तो वह उसमें बैठ गई। रात करीब ढाई बजे देहरादून पहुंचने पर जब बस आइएसटीबों के भीतर गई तो सभी लोग उतर गए। पीड़िता ने बताया कि वह बस में ही बैठी थी।
उसके अलावा दो लोग (संभवतः चालक व परिचालक) बस में थे। पीड़िता ने बताया कि कुछ देर में दो और लोग बस में आ गए।उन चारों लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि चार दिन काउंसलिंग करने के बाद अब पुलिस को सूचना दी है। आइएसबीटी में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे है। पीड़ित ठीक से कोई जानकारी नहीं दे पा रही है।