राज्य में नवाचारों की होगी पहचान, विभागीय उत्कृष्ट कार्यों का होगा प्रस्तुतीकरण।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
देहरादून, उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में सचिवालय सभागार में आयोजित सचिव स्तर की बैठक में शासन के कार्यों को और अधिक प्रभावी, पारदर्शी व नवाचारपूर्ण बनाने को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में मुख्य सचिव ने सभी विभागीय सचिवों को अपने-अपने विभागों की “बेस्ट प्रैक्टिसेज” (सफलताओं की विशिष्ट कहानियाँ) संकलित कर उसका प्रेजेंटेशन तैयार करने के निर्देश दिए।
🎯 बेस्ट प्रैक्टिसेज में नवाचार को प्राथमिकता
मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि बेस्ट प्रैक्टिसेज में वही पहल शामिल हो जो अन्य राज्यों से भिन्न, यूनिक, और जनहित में प्रभावशाली हो। उन्होंने कहा कि ये प्रयास संस्थागत स्तर पर हो सकते हैं या किसी व्यक्तिगत अधिकारी द्वारा की गई पहल भी हो सकती है। इन कहानियों को एकत्र कर राज्य की उपलब्धियों को साझा करने और अन्य अधिकारियों को प्रेरित करने के लिए उपयोग में लाया जाएगा।
🏢 आईटी, शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास जैसे विभागों से विशेष अपेक्षा
मुख्य सचिव ने विशेष रूप से आईटी, कृषि, उद्यान, बाल विकास, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, सहकारिता, पशुपालन, वन, शिक्षा, तकनीकी व उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य व आयुष जैसे विभागों में बेस्ट प्रैक्टिसेज की अपार संभावनाओं की ओर इशारा किया और निर्देशित किया कि इन क्षेत्रों में नवाचारों को चिन्हित कर प्रस्तुतीकरण की रूपरेखा तय की जाए।
🖥️ डिजिटलाइजेशन और पारदर्शिता पर जोर
मुख्य सचिव ने सभी विभागों को अपनी कार्यप्रणाली अधिक से अधिक ऑनलाइन माध्यम से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे शासन व्यवस्था पारदर्शी, उत्तरदायी और नागरिक केंद्रित होगी, जिससे आमजन को योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा।
👴🏻 वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों की रक्षा हेतु निर्देश
मुख्य सचिव ने विशेष रूप से माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम, 2007 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संबंधित सचिवों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक समाज की ज्ञान और अनुभव की धरोहर हैं, उनके लिए नियमों का पालन सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। सभी जिलाधिकारियों को अधिनियम के कड़ाई से अनुपालन हेतु निर्देश दिए गए हैं।
🙋♂️ बैठक में मौजूद अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, एल.एल. फैनई, प्रदीप पंत, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, नीतेश कुमार झा, रविनाथ रमन, डॉ. पंकज कुमार पांडेय, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, डॉ. श्रीधर बाबू, चंद्रेश यादव, डॉ. आर. राजेश कुमार, दीपेंद्र कुमार चौधरी, विनोद कुमार सुमन, रणवीर सिंह चौहान, धीराज सिंह गर्ब्याल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

