उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
उत्तराखंड में भर्ती मामले को लेकर सरकार के कर्मचारी कटघरे में कई बार आ चुके है और भर्ती मामले को लेकर बड़ी कार्यवाही की बात भी चल रही है लेकिन एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं अभी बात की जाए पटवारी भर्ती का मामला हो या वीडियो भर्ती का सब में भ्रष्टाचारी के मामले खुलकर उजागर हो रहे है प्रशासन द्वारा लगातार गिरफ्तारियां भी की गई लेकिन भ्रष्टाचार के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे अब बात की जाए जनपद उधम सिंह नगर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से सुपरवाइजर पद पर पदोन्नति की इस पर भी भ्रष्टाचारी का आरोप लगते नजर आ रहे हैं जसपुर आंगनवड़ी कार्यकर्ताओं ने आज मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जसपुर तहसीलदार को सौंपा जिसमें निष्पक्ष जांच कर भर्ती को निरस्त कराने की मांग की।
आज जसपुर तहसील में बाल विकास परियोजना में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा ज्ञापन जसपुर तहसीलदार पूनम पन्त को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित किया गया जिसमें महिला शक्ति करण एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत विपक्षी संख्या c- 2358 के अंतर्गत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नति हेतु आवेदन पत्र मांगी गए थे जिसके चैन क्रम में दस्तावेज सत्यापन चैन रैंडम के आधार पर किया गया जो कि नियुक्ति के आधार पर निराधार है कार्यकत्रियों ने यह भी मीडिया को बताया कि पारदर्शिता के साथ वरिष्ठ एवं सुयोग्य कार्यकत्रियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया जो कार्यकत्रियों को मानसिक आघात पहुंचा रहा है।
कार्यकर्ताओ ने एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को सोते हुए कहा कि चयन प्रक्रिया को लॉटरी सिस्टम से हटाकर योग्यता एवं वरिष्ठता के आधार पर कराया जाए और पारदर्शिता के तहत चयन सूची पुणे जारी की जाए जिससे विभाग को योग्य है कर्मचारी भी प्राप्त होगा और कार्यकर्ताओं का मनोबल एवं अच्छे से कार्य को प्रोत्साहन भी मिल सकेगा।