हिमालय की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं विकास हेतु पौराणिक एवं पारम्परिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दिनांक 18 दिसम्बर 2022 हुआ आयोजन।

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रोशनी पाण्डेय – सह सम्पादक

यूनिवर्सल सांस्कृतिक शोध नाट्य एकेडमी, देहरादून, उत्तराखण्ड के तत्वाधान में तथा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से हिमालय की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं विकास हेतु गढवाल मण्डल के पौड़ी गढ़वाल जनपद के लघु केदार सल्ड महादेव जनपद पौड़ी गढ़वाल में उत्तराखण्ड के पारम्परिक लोक कलाओं पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन दिनांक 19 दिसम्बर 2022 को दिन में 12 बजे से सुन्दर मंचीय प्रदर्शन यूनिवर्सल सांस्कृतिक शोध नाट्य एकेडमी देहरादून के कलाकारों द्वारा किया गया। जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व सैनिक जनार्दन प्रसाद भदोला एवं गोपाल सिंह रावत, व राजकीय इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य एवं लघु केदार सल्ड महादेव मंदिर के पुजारी श्री बाल गोविन्द उनियाल आदि के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। संस्था के सचिव श्री अनुज राजपूत ने मुख्य अतिथि एवं अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ, प्रतीक चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंटकर किया गया।

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इस अवसर पर स्वच्छ भारत अभियान- एक कदम स्वच्छता की ओर विषय पर परिचर्चा एवं प्रचार प्रसार भी किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं अतिथियों ने संस्था द्वारा किये जो रहे कार्यक्रमों की भूरि भूरि प्रसंसा की और इससे हिमालय की सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण सर्वधन एवं विकास में हमेशा योगदान दे रही यूनीवर्सल सांस्कृतिक शोध नाट्य एकेडमी देहरादून के कार्यो की सराहना की।

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अनुज राजपूत द्वारा अतिथियों एवं कलाकारों सम्मानित दर्शकों का स्वागत किया गया। संस्था के कार्यक्रम निर्देशक भूवन चन्द्र जोशी ने बताया कि दिनांक 1 दिसम्बर से 17 दिसम्बर तक पारम्परिक लोक कलाओं का प्रशिक्षण दिया गया। तदोपरांत आज हिमालय की सांस्कृतिक विरासत पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

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अकेडमी द्वारा हिमालय की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं विकास हेतु पारम्परिक एवं पौराणिक लोक कलाओं एवं विधाओं पर निम्न कार्यक्रमों की सुन्दर मंचीय प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का सुन्दर संचालन भरत बिष्ट द्वारा किया ।

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