रेखा आर्या की पहल, आंगनबाड़ी और एकल महिलाओं के लिए कई अहम घोषणाएं।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
देहरादून, 15 दिसंबर। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए राज्य सरकार ने बड़ी राहत की घोषणा की है। नए वित्तीय वर्ष से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सेवानिवृत्ति के समय न्यूनतम एक लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इस संबंध में सहमति बनने के बाद कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने सोमवार को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए।
सचिवालय स्थित एचआरडीसी सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि वर्तमान में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को रिटायरमेंट पर 35 से 40 हजार रुपये की राशि मिलती है। लंबे समय से इस राशि को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे थे। योजना के तहत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रतिमाह 300 रुपये का योगदान देना होगा। कार्यकत्री संगठनों की सहमति मिलने के बाद निर्णय को अंतिम रूप दिया गया है। आगामी 1 अप्रैल से सेवानिवृत्त होने वाली सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को इसका लाभ मिलेगा।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि एकल महिला स्वरोजगार योजना के तहत अब तक छह जनपदों के 504 प्रस्तावों को स्वीकृति दी जा चुकी है। अन्य जनपदों से प्राप्त आवेदनों की प्रक्रिया जारी है। स्वीकृत लाभार्थियों को धनराशि जारी करने के लिए जनवरी के प्रथम सप्ताह में कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में नंदा गौरा योजना की भी समीक्षा की गई। इस वर्ष योजना के अंतर्गत अब तक 45 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है। आवेदन की अंतिम तिथि 20 दिसंबर होने के कारण संख्या में और वृद्धि की संभावना है। पात्र लाभार्थियों को 15 जनवरी के आसपास धनराशि जारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।
इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के सुपरवाइजर पदों पर प्रमोशन को लेकर भी चर्चा की गई। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि वर्तमान में रिक्त 88 पदों पर प्रमोशन के लिए एक सप्ताह के भीतर विज्ञप्ति जारी की जाएगी।
प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाली वृद्ध महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और भावनात्मक संबल देने के लिए एक नई योजना अगले वर्ष शुरू की जाएगी। इस योजना के लिए फिलहाल आठ करोड़ रुपये का फंड उपलब्ध है और अधिकारियों को आवश्यक तैयारी के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में विभागीय सचिव चंद्रेश कुमार यादव, महिला सशक्तिकरण निदेशक बंसीलाल राणा, उपनिदेशक विक्रम सिंह, नीतू फुलेरा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।







