रोशनी पाण्डेय – सह सम्पादक
कानपुर के जाजमऊ के गज्जूपुरवा स्थित कॉस्मो टेनरी में वेस्ट टैंक की सफाई करने उतरे तीन मजदूरों की गुरुवार शाम को जहरीली गैस से मौत हो गई। आरोप है कि फैक्टरी मालिक ने सेप्टिक टैंक की सफाई के बहाने बुलाकर तीनों को जबरन टेनरी के वेस्ट टैंक में उतार दिया। उधर, परिजनों ने फैक्टरी मालिक और ठेकेदार पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा किया। आरोप लगाया कि तीनों के शवों पर पूरे कपड़े थे, जबकि टैंक की सफाई के दौरान कपड़े उतारकर अंदर जाते हैं। पुलिस ने फैक्टरी मालिक और उसके भाई के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। घटना के बाद से दोनों फरार हैं।
कर्नलगंज निवासी ओसामा की गज्जूपुरवा में कॉस्मो टेनरी है। टेनरी से निकलने वाला कचरा स्टोर होने से वेस्ट टैंक चोक हो गया था। इससे कम बंद हो गया था। गुरुवार शाम करीब पांच बजे ओसामा के बड़े भाई आजम ने नौबस्ता खाड़ेपुर की सेप्टिक टैंक साफ करने वाली कंपनी राजावत टैंकर्स के मालिक अजय सिंह चंदेल को फोन कर सफाई के लिए तीन कर्मचारियों को भेजने को कहा।
इस पर अजय ने कानपुर देहात के गजनेर बिसलायां निवासी सुखवीर सिंह (35), साढ़ के लालपुर पड़री निवासी सत्यम यादव (26) और बिधनू निवासी सोनू वाल्मीकि (28) को भेजा। पुलिस के मुताबिक जैसे ही तीनों टैंक में उतरे, जहरीली गैस की चपेट में आने से अचेत हो गए। इस पर फैक्टरी मालिक का बड़ा भाई आजम कार से तीनों को हैलट ले गया। यहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। उधर, हत्या का आरोप लगाकर हैलट के बाहर परिजनों के हंगामे के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। एसीपी स्वरूपनगर ब्रज नारायण सिंह, एसीपी कर्नलगंज अमरनाथ यादव और एसीपी नजीराबाद संतोष सिंह भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत कराया।

