रोशनी पाण्डेय – सह सम्पादक
आगरा के सैंया स्थित जीएस हॉस्पिटल पर शनिवार की रात गर्भवती महिला की प्रसव से पूर्व इंजेक्शन लगाने पर हालत बिगड़ गई। परिजन महिला को लेकर आगरा के निजी हॉस्पिटल पहुंचे, जहां महिला को मृत घोषित कर दिया। इस पर परिजन ने हॉस्पिटलकर्मी पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं सीएचसी प्रभारी ने अभिलेख नहीं दिखा पाने पर हॉस्पिटल सीज कर दिया। आम का पूरा, जाजऊ निवासी मुकेश कुशवाह ने पुलिस को बताया कि पत्नी ओमश्री को तीसरे बच्चे के प्रसव के लिए 22 अक्तूबर की रात करीब 8 बजे जीएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। आरोप है कि रात 10 बजे के करीब नर्स ने प्रसव पीड़ा बढ़ाने के लिए गर्भवती को इंजेक्शन दिया।
इंजेक्शन लगने के कुछ समय बाद ही ओमश्री की हालत बिगड़ने लगी। हालत बिगड़ती देख नर्स ने आगरा ले जाने के लिए कहा। परिजन महिला को आगरा के निजी हॉस्पीटल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक ने महिला को मृत घोषित कर दिया। इस पर दोबारा अस्पताल पहुंचे घरवालों ने गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझाकर लोगों को शांत कराया। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शिकायत पर सीएचसी सैंया के चिकित्सा प्रभारी डॉ. ऋषि गोपाल भी पहुंचे।
उन्होंने अस्पताल की जांच की। मौके पर कोई मरीज नहीं मिला। वहीं संचालक अभिलेख भी नहीं दिखा सके। इस पर अस्पताल को सीज कर दिया गया है। पुलिस ने संचालक को पूछताछ के लिए थाने भी ले गई। चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि अस्पताल सूचीबद्ध है, लेकिन संचालक मौके पर कोई अभिलेख नहीं दिखा सका, जिसके कारण अस्पताल को सीज किया गया है।