रामनगर कोतवाली पुलिस ने बीते जून माह मे भूपाल सिंह की हत्या के मामले में उसी के परिवार के दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

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रोशनी पाण्डेय – सह सम्पदाक

कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि 14 जून को मृतक भूपाल सिंह बिष्ट उर्फ रोहित ठाकुर पुत्र मोहन सिंह विष्ट निवासी सावल्दे पश्चिम रामनगर को उसके परिजनों द्वारा मृत अवस्था में राजकीय संयुक्त चिकित्सालय ले जाया गया।पुलिस द्वारा जांच में मृतक की गला काटकर हत्या करना पाया गया। मृतक के परिजनों की तरफ से कोई तहरीर नही दी गयीं थी।प्रथम दृष्टया मृतक भूपाल सिंह विष्ट की हत्या उसके परिजनों द्वारा किया जाना प्रकाश में आया।मृतक के परिवार के चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।उन्होंने बताया कि मोहन सिंह पुत्र स्व0 जीत सिंह निवासी सावल्दे पश्चिम रामनगर के 03 बच्चे हैं जिनमें सबसे बड़ा भूपाल सिह विष्ट उर्फ रोहित ठाकुर दूसरे नम्बर का दीपक विष्ट और तीसरे नम्बर की बहन किरन विष्ट हैं।घर में मृतक भूपाल सिंह की माता मती राधा देवी और ताऊ आनंद सिह भी साथ ही रहते है। दीपक विष्ट राधे हरि डिग्री कालेज में काशीपुर में संविदा अनुसेवक है। वही कॉलेज में कैम्पस में ही रहता है। छुट्टी के दिन एंव शनिवार रविवार को ही घर आता जाता है, मृतक भोपाल सिह उर्फ रोहित ठाकुर घर के बंगल में ही परचून /सब्जी की दुकान चलाता था।पिछले तीन साल से स्मैक पीने का आदि हो गया था और वह घऱ से पैसे की डिंमाड करता था, पैसे न देने पर घर वालों से गाली गलौच मारपीट करता था।मृतक भोपाल सिंह इस कदर नशे की गिरफ्त में आ चुका था कि उसे अच्छा बुरा कुछ समझ में नहीं आता था उसके घर वालों ने कई बार उसे नशा मुक्ति केन्द्र भेजा था, नशा मुक्ति केन्द्र से आने के बाद कुछ दिन ठीक रहता था फिर नशा करने लग जाता था, 11 जून को मृतक ने शाम को घऱ में झगडा किया और अपने

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ताऊ आनंद सिह के साथ मार- पीट कर उनका अंगुठा काट दिया था, जिसमे 5-6 टांके आये थे। पुलिस ने मृतक भूपाल सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। जब घटना की जानकारी मृतक की बहन किरन ने अपने दुसरे भाई दीपक विष्ट को दी तो वह 12 जून को रविवार के दिन काशीपुर से अपने घऱ सावल्दे सुबह 8 बजे लगभग पहुंचा तो घऱ आते ही मृतक रोहित ठाकुर ने दीपक विष्ट से झगडा किया और उसके साथ मारपीट की, उसके बाद घऱ से बाजार की तरफ चला गया। मृतक भूपाल सिंह ने उस दिन भी शाम को घर में झगड़ा फसाद किया, दुसरे दिन 13 जून को रात 10 बजे भूपाल सिंह उर्फ रोहित ठाकुर घर पर आया और घर में लड़ाई झगडा मारपीट की, फिर मृतक के पिता मोहन सिंह, बहन किरन तथा मां राधा देवी ने मृतक भूपाल सिंह को गले पर सब्जी काटने वाले चाकू से 02 प्रहार किये जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गयी, उसके बाद सबने मिलकर रोहित ठाकुर की लाश अपने घर के गेट से बाहर सड़क पर फेंक दी,फंस जाने के डर से दुनिया को दिखाने के लिये मोहन सिंह डायल 108 से भोपाल सिंह उर्फ रोहित ठाकुर की लाश को अस्पताल लेकर गये और उसके शव को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया और दीपक को घर से भगा दिया, दीपक विष्ट काशीपुर से अगले दिन पुनः काशीपुर से घर वापिस आया, घटना में सामिल लोगों की तलाश की जा रही थी। मोहन सिंह और दीपक विष्ट को सावल्दे में अपने घर के बाहर से गिरफ्तार किया गया, बताया कि वह भागने की फिराक में थे।बताया कि उनके पास से चाकू बरामद किया।उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को कोर्ट मे पेश किया गया है। इस दौरान गिरफ्तारी टीम मे कोतवाल अरुण कुमार सैनी, वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रेमराम विश्वकर्मा, एचसीपी नन्दन सिंह नेगी कॉन्स्टेबल हेमन्त सिंह, भूपेन्द्र सिंह, गगन भण्डारी, राजेन्द्र पुंडीर शामिल रहे।

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