केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह में की शिरकत।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह में की शिरकत।
ख़बर शेयर करें -

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह में की शिरकत।

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

देहरादून, : ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह में मंगलवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री  नितिन गडकरी तथा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। समारोह में विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों को डिग्रियां एवं पीएचडी की उपाधियां प्रदान की गईं। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की ओर से श्री गडकरी को “डॉक्टरेट ऑफ साइंस” (D.Sc.) की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया गया।

अपने संबोधन में श्री नितिन गडकरी ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि दीक्षांत केवल एक शैक्षणिक पड़ाव नहीं, बल्कि जीवन में एक नई जिम्मेदारी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत उसका युवा शक्ति है, जिसे रोजगार मांगने के बजाय रोजगार देने वाला बनना होगा। श्री गडकरी ने युवाओं को ईमानदारी, निरंतरता और नवाचार की राह पर चलने की प्रेरणा दी।

यह भी पढ़ें 👉  सनसनीखेज घटनाएं: युवक को बंधक बनाकर फिरौती की मांग, कुत्ते के भौंकने पर दंपती पर फायरिंग — तीन आरोपी गिरफ्तार।

उन्होंने बताया कि देश में ग्रीन एनर्जी की दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है। हाइड्रोजन गैस को भविष्य का ईंधन बताते हुए उन्होंने कहा कि वे स्वयं हाइड्रोजन चालित वाहन का उपयोग करते हैं। श्री गडकरी ने कहा कि ऑर्गेनिक वेस्ट से हाइड्रोजन उत्पादन एक सस्ती और स्वदेशी तकनीक है, जिससे भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता संभव है।

यह भी पढ़ें 👉  कैंची धाम स्थापना दिवस पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, सवा लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए बाबा नीब करौरी के दर्शन।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने श्री गडकरी को “आधुनिक भारत का विश्वकर्मा” बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश में बुनियादी ढांचे का अभूतपूर्व विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति के तहत AI, मशीन लर्निंग, और बिग डेटा जैसे कोर्स प्रारंभ किए गए हैं। देहरादून, हल्द्वानी और अल्मोड़ा में साइंस सेंटर की स्थापना से वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा मिल रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  खनन, सीवरेज, झील और जंगल – सब पर सख्त निगरानी के निर्देश।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लागू कठोर नकल विरोधी कानून के सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं और बीते तीन वर्षों में 23,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गई हैं। स्टार्टअप और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए इन्क्यूबेशन केंद्र भी स्थापित किए गए हैं।

समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, राज्यसभा सांसद श्री महेंद्र भट्ट, विधायक श्री मुन्ना सिंह चौहान, ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला, कुलाधिपति डॉ. वी के सारस्वत, कुलपति प्रो. नरपिंदर सिंह सहित विश्वविद्यालय परिवार एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।