रोशनी पाण्डेय – सह सम्पादक
कानपुर में ग्वालटोली के रामपुर लुधवाखेड़ा निवासी किसान बबलू निषाद के 14 वर्षीय बेटे सौरभ की हत्या पीट-पीटकर नहीं बल्कि तालाब में फेंककर की गई थी। हाथ-पैर बांधने के बाद उसे जिंदा ही तालाब में फेंक दिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके शरीर में कीचड़ और बालू के कण पाए गए हैं।
पुलिस ने मामले में पिता-पुत्र समेत छह के खिलाफ 18 दिसंबर को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। पिता-पुत्र को मुख्य साजिशकर्ता बनाया है। सौरभ सातवीं का छात्र था। पड़ोसी गांव नत्थापुरवा निवासी ऊदन निषाद को शक था कि सौरभ के उनकी बेटी से प्रेम संबंध हैं।
पुलिस के मुताबिक इसी शंका में 28 सितंबर को ऊदन ने बेटे सोनू, पड़ोसी दीपक, साथी शंकरपुर सरांय निवासी राकेश, रामपुर निवासी विजय व छोटेलाल के साथ मिलकर सौरभ को दबोच लिया था। इसके बाद उसके हाथ-पैर बांधे और शरीर में ईंट बांधकर तालाब में फेंक दिया था।इधर परिजनों ने ऊदन और उसके बेटे सोनू पर हत्या का आरोप लगाकर ग्वालटोली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने ऊदन को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर तालाब से सौरभ का शव बरामद किया था। 29 सितंबर को पोस्टमार्टम कराया गया था।