रोशनी पाण्डेय – सह सम्पादक

बमरौली निवासी प्रदीप पांडे को डेंगू संक्रमित के कारण 14 अक्टूबर को पीपल गांव के ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया था। वहीं 16 अक्टूबर को उनका प्लेटलेट 17 हजार पहुंचने पर अस्पताल प्रशासन द्वारा पांच यूनिट प्लेटलेट लाने को कहा गया। शहर के झलवा स्थित ग्लोबल अस्पताल एंड ट्रामा सेंटर में प्लेटलेट्स चढ़ाने के दो दिन बाद मरीज की मौत से हंगामा मच गया। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि प्लेटलेट्स के नाम पर डॉक्टरों ने मुसम्बी का जूस चढ़ा दिया। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई का आदेश दिया। जिस पर सीएमओ अस्पताल को सील कर दिया।
दूसरी तरफ अस्पताल प्रशासन का कहना है कि आरोप गलत हैं। मरीज को 16 अक्तूबर को ही रेफर कर दिया गया था। रेफर करने के दो दिन बाद मौत हुई है। सौरभ ने आरोप लगाया कि अस्पताल में प्लेटलेट्स की जगह मुसम्बी का जूस चढ़ाया गया।
इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कुछ ही देर में मामला डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक तक भी पहुंच गया। इसके बाद डिप्टी सीएम ने सीएमओ डॉ. नानक सरन को कार्रवाई के आदेश दिए। सीएमओ बृहस्पतिवार को अस्पताल को सील करते हुए जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है। बची हुई प्लेटलेट्स ड्रग विभाग की लैब में जांच के लिए भेजी गई है।
