रोशनी पाण्डेय – सह सम्पादक

गाजियाबाद के लोनी के खुशहाल पार्क कॉलोनी में कपड़ों पर कढ़ाई करने के कारीगर अय्याज (35) की हत्या उसके भाई आमिर और पत्नी सजरा खातून ने की थी। आमिर और सजरा के बीच प्रेम संबंध चल रहा था। अय्याज इसका विरोध करता था। दोनों की बातचीत बंद कराने के लिए उसने सात दिन पहले सजरा से मोबाइल फोन छीन लिया था। इसी पर दोनों ने साजिश रच ली। आमिर बुर्का पहनकर आया, सजरा ने घर का दरवाजा खोल दिया। फिर दोनों ने मिलकर उसकी जान ले ली। पुलिस ने रविवार को दोनों को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा हो जाने का दावा किया है। एसपी देहात डॉ. ईरज रजा ने बताया कि शुक्रवार की रात हुई इस वारदात का सुराग सीसीटीवी की फुटेज से मिल गया था। हत्यारा बुर्का पहनकर अय्याज के घर की तरफ जाता नजर आया।
उसने पहचान हो जाने के डर से स्ट्रीट लाइट बंद की ताकि अंधेरा हो जाए और वह किसी को नजर आए।इसी से शक था कि हत्यारा कोई करीबी है। दूसरा, सजरा खातून के घर में मौजूद होते हुए किसी तरह के विरोध के चिन्ह नहीं मिले। दरवाजा अंदर से खोला गया था, इसलिए वह भी शक के घेरे में थी। दोनों से पूछताछ की गई तो हत्या के रहस्य से पर्दा उठ गया। दोनों की निशानदेही पर बुर्का और हत्या में इस्तेमाल चाकू बरामद हो गया पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने घटनाक्रम के बारे में बताया।
आमिर का कहना था कि उसने जैसे ही घर के बाहर स्ट्रीट लाइट बंद की, सजरा ने दरवाजा खोल दिया। साजिश के तहत वह पहले से उसके आने के इंतजार में दरवाजे पर खड़ी थी।
अय्याज अपने कमरे में सो रहा था। उसे पहला गला दबाकर मारने की कोशिश की लेकिन वह मरा नहीं और चीखने की कोशिश करने लगा। इस पर सजरा ने उसके हाथ पकड़ लिए। आमिर ने बताया कि वह चाकू लेकर आया था। उसी से गला काट दिया।
