“समर्पण और सेवा का संगम: अयोध्या में भगवान रामलला सरकार के मंदिर निर्माण में योद्धा कारसेवकों का अद्भूत सफलता सागर”

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“समर्पण और सेवा का संगम: अयोध्या में भगवान रामलला सरकार के मंदिर निर्माण में योद्धा कारसेवकों का अद्भूत सफलता सागर”

 

 

उधम सिंह राठौर  – प्रधान संपादक

 

सौभाग्य का अवसर निकट आया है कि 500 वर्ष के एक महायज्ञ के बाद रामलला सरकार अब अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने वाले हैं ।लेकिन यह जो 500 वर्षों का समय रहा है इसमें बहुत बड़ा आंदोलन हुआ है और इसी क्रम में अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में जिन कारसेवकों ने अपने तन-मन-धन, समय, शक्ति को लगाकर श्री राम जी की अथक सेवा करी है स्वयं जेल भी गए हैं भगवान राम ने तो 14 वर्ष का वनवास लिया था किंतु भगवान राम के अभिषेक हेतु जिन कारसेवकों ने जेलवास किया अथवा अयोध्या जाकर कारसेवा की श्री हरि शरणम सेवा समिति द्वारा उन सभी का सम्मान किया जा रहा है।

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सभी के घर पहुंच पहुंच कर जो भी कारसेवक है उन सब का सम्मान किया जा रहा है और जो कारसेवक अब शरीर से नहीं है उनके परिवार जनों को सम्मानित किया जा रहा है।

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श्री हरि शरणम सेवा समिति की योजना है जो भी कारसेवक रामनगर या आसपास के क्षेत्र के है उन सब के घर जाकर उन्हें सम्मानित किया जाना है। आज से और 22 तारीख तक जो भी कारसेवक है उन सब के निवास पर जाकर उन सब का सम्मान किया जाएगा ।

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इसी क्रम में कारसेवक स्व• मनोज कुमार मित्तल जी की धर्मपत्नी को सम्मानित किया गया व कारसेवक डॉ अरविंद कुमार को सम्मानित किया गया।

 

 

 

आज कार्यक्रम में श्री हरिशरणं सेवा समिति के संयोजक कथा व्यास श्री शशांक भारद्वाज जी, अध्यक्ष अनुज हुंडीवाल, सचिव शलभ मित्तल, कोषाध्यक्ष कुलदीप अग्रवाल, संजीव टिल्लू, सुनील देवल, नीरज देवल, प्रखर मित्तल, बिशन दत्त, विवेक अग्रवाल, रवि शंकर शुक्ला, प राजेन्द्र शर्मा, प्रदीप मेहरोत्रा आदि सदस्य उपस्थित रहे।।