भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता पर लापरवाही से तेज़ रफ्तार वाहन चलाने का आरोप, तीन महीने बाद दर्ज हुआ मुकदमा।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
नैनीताल, 19 मार्च 2025: प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार अपनी पीठ थपथपाती है, लेकिन रसूखदार लोग नियमों को ताक पर रखने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला तीन महीने पहले नैनीताल जिले के मुखानी चौराहे के पास सामने आया, जब एक तेज़ रफ्तार स्कूटी सवार ने एक राहगीर को टक्कर मार दी। मामले में आरोपी की पहचान भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता संदीप भोज के रूप में हुई है।
पीड़ित की पत्नी के अनुसार, दुर्घटना के बाद संदीप भोज और पुलिस ने सहायता का आश्वासन दिया, लेकिन बाद में अपने वादे से मुकर गए। पीड़ित के पति को इलाज के लिए दिल्ली ले जाना पड़ा, जहां उनके कई ऑपरेशन हुए। जब भी वह पुलिस के पास न्याय की गुहार लगाने गईं, तो पुलिस उन्हें समझौते का हवाला देकर टरकाती रही। आखिरकार, एसएसपी नैनीताल से शिकायत के बाद, घटना के तीन महीने बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
घटना का विवरण
हीरानगर चौकी पुलिस के अनुसार, 28 दिसंबर 2024 की शाम गोपाल दत्त, जो आदर्श नगर के निवासी हैं, अपने घर के पास खड़े थे। इसी दौरान संदीप भोज ने तेज़ गति से स्कूटी चलाते हुए उन्हें रॉन्ग साइड से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि गोपाल दत्त के बाएं पैर में गंभीर चोट आ गई।
राजनीतिक रसूख का असर?
आरोपी संदीप भोज वर्तमान में राज्य मत्स्य सहसंघ के उपाध्यक्ष हैं और पूर्व में पार्षद का चुनाव भी लड़ चुके हैं। दुर्घटना के बाद, उनके राजनीतिक प्रभाव के कारण पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।
देर से दर्ज हुआ मुकदमा
पीड़ित की पत्नी ने लगातार न्याय की मांग की, लेकिन पुलिस टालमटोल करती रही। आखिरकार, एसएसपी नैनीताल को शिकायत दर्ज करानी पड़ी, जिसके बाद संदीप भोज के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया गया। इस मामले ने एक बार फिर रसूखदार लोगों द्वारा कानून के दुरुपयोग और पुलिस प्रशासन की लचर कार्यशैली को उजागर कर दिया है।
फिलहाल, घायल गोपाल दत्त का इलाज दिल्ली के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस मामले में निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई करती है या फिर रसूख के आगे कानून फिर से झुकता नजर आएगा।










