हरिद्वार: ट्रैक्टर की स्टेयरिंग पर सीएम धामी, बोले – “जहाँ पसीना बहता है, वहीं भविष्य फलता है”

हरिद्वार: ट्रैक्टर की स्टेयरिंग पर सीएम धामी, बोले - "जहाँ पसीना बहता है, वहीं भविष्य फलता है"
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हरिद्वार: ट्रैक्टर की स्टेयरिंग पर सीएम धामी, बोले – “जहाँ पसीना बहता है, वहीं भविष्य फलता है”

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

हरिद्वार, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को हरिद्वार जनपद के लिब्बरहेड़ी में आयोजित जनसंवाद एवं रोड शो कार्यक्रम में ट्रैक्टर की स्टेयरिंग संभालकर किसानों को विशेष सम्मान दिया। मुख्यमंत्री का यह “कर्मयोगी अवतार” लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बना रहा। इस ऐतिहासिक दृश्य ने सादगी, सेवा और संवेदनशीलता से जुड़ी नेतृत्व शैली की एक प्रेरणादायक तस्वीर पेश की।

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मुख्यमंत्री धामी ने खेतों के बीच ट्रैक्टर चलाते हुए कहा, “यह केवल एक ड्राइव नहीं, बल्कि अन्नदाताओं के प्रति श्रद्धा है।”

UCC पर दिया स्पष्ट संदेश

लिब्बरहेड़ी दौरे का एक मुख्य उद्देश्य समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर जनता से सीधा संवाद था। मुख्यमंत्री ने कहा, “UCC किसी मजहब के खिलाफ नहीं, बल्कि समानता और न्याय का प्रतीक है। यह बाबा साहब डॉ. आंबेडकर के सपनों का साकार रूप है।”

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह कानून प्रदेश में एकता, भाईचारे और निष्पक्षता की भावना को सुदृढ़ करेगा और सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करेगा।

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जनता के बीच से निकला नेतृत्व

इस जनसंवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का अंदाज़ पूरी तरह से ज़मीनी और सहज दिखा। पारंपरिक मंच के बजाय ट्रैक्टर की स्टेयरिंग थामना और लोगों के बीच सीधे पहुंचना, यह दर्शाता है कि पुष्कर सिंह धामी की राजनीति घोषणाओं तक सीमित नहीं, बल्कि धरातल पर क्रियान्वयन और सहभागिता से जुड़ी है।

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गांव, किसान और युवा – सरकार की प्राथमिकता

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार की प्राथमिकताएं साफ हैं – गांव का विकास, किसान की समृद्धि और युवा की भागीदारी। उन्होंने आधुनिक खेती, तकनीकी प्रशिक्षण, सिंचाई योजनाओं, स्टार्टअप प्रोत्साहन और बुनियादी ढांचे के विस्तार की योजनाओं का ज़िक्र किया।

उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल विकास करना नहीं, बल्कि विकास को व्यक्ति तक पहुंचाना है।”