महिला बंदियों के लिए सिलाई कार्यशाला का उद्घाटन, उप कारागार, हल्द्वानी में पुनर्वास परिवर्तन की यात्रा कार्यक्रम आयोजित।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
माननीय उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के निर्देशानुसार और माननीय जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल, सुबीर कुमार के मार्गदर्शन में आज दिनांक 25.11.2024 को उप कारागार, हल्द्वानी में महिला बंदियों के लिए सिलाई कार्यशाला का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल, श्रीमती बीनू गुलियानी ने की।
कार्यक्रम का आयोजन इंडिपेंडेंट थॉट (नेशनल ह्यूमन राइट ऑर्गनाइजेशन) के सहयोग से किया गया। इस अवसर पर श्रीमती गुलियानी ने बताया कि यह कार्यशाला बंदियों के कौशल विकास और पुनर्वास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, ताकि बंदियों को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
संस्था की भूमिका पर प्रकाश
इंडिपेंडेंट थॉट के फाउंडर श्री विक्रम श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी संस्था जेल से रिहा होने वाले बंदियों को समाज में पुनर्वास में मदद करती है। उन्होंने बताया कि संस्था, बंदियों को रोजगार प्राप्त करने और सुखमय जीवन व्यतीत करने में सहयोग करती है।
पूर्व की पहलें
इससे पहले, माननीय न्यायमूर्ति श्री मनोज कुमार तिवारी के नेतृत्व में जेल में बेकरी की स्थापना की गई थी। उन्होंने महिला बंदियों के कौशल विकास हेतु भी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए थे।
अनुभव साझा किए गए
कार्यक्रम में पूर्व में पुनर्वासित बंदियों ने अपने अनुभव साझा किए, जिससे अन्य बंदियों में भी आत्मविश्वास और आशा का संचार हुआ।
उपस्थित गणमान्य
कार्यक्रम में कारागार अधीक्षक श्री प्रमोद कुमार पांडेय, प्रभारी कारापाल श्री रामपाल सिंह, मुख्य फार्मासिस्ट श्री कमल सिंह, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैनल अधिवक्ता, PLV, इंडिपेंडेंट थॉट संस्था की टीम एवं पुनर्वासित बंदी, उनके परिजन और कारागार में निरुद्ध पुरुष एवं महिला बंदी उपस्थित रहे।
यह कार्यशाला महिला बंदियों को न केवल स्वावलंबन की ओर प्रेरित करेगी बल्कि उनके पुनर्वास के सपनों को भी साकार करने में मददगार साबित होगी।