“एक शाम सैनिकों के नाम” कार्यक्रम 11 जून को राजभवन नैनीताल में, राज्यपाल और मुख्यमंत्री करेंगे वीर सैनिकों का सम्मान।

"एक शाम सैनिकों के नाम" कार्यक्रम 11 जून को राजभवन नैनीताल में, राज्यपाल और मुख्यमंत्री करेंगे वीर सैनिकों का सम्मान।
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“एक शाम सैनिकों के नाम” कार्यक्रम 11 जून को राजभवन नैनीताल में, राज्यपाल और मुख्यमंत्री करेंगे वीर सैनिकों का सम्मान।

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

राजभवन, नैनीताल | उत्तराखंड की वीरभूमि को नमन करते हुए, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) की पहल पर आगामी 11 जून 2025 (बुधवार) को राजभवन नैनीताल में एक विशिष्ट आयोजन किया जाएगा – “एक शाम सैनिकों के नाम”

यह कार्यक्रम उत्तराखंड के वीरता पदक प्राप्त सैनिकों, सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों तथा सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पूर्व सैनिकों को सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित हो रहा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी उपस्थित रहेंगे।

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राज्यपाल की इस अभिनव पहल के तहत पहले यह आयोजन देहरादून में सफलतापूर्वक हो चुका है, जिसे अब कुमाऊं मण्डल में विस्तार देते हुए नैनीताल में आयोजित किया जा रहा है।

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वीरता और सेवा को मिलेगा सम्मान

उत्तराखंड, जो कि देश के सैन्य योगदान में अग्रणी राज्य है, वहां के सैनिकों की बहादुरी, बलिदान और सेवाभाव को यह आयोजन नमन करेगा। कार्यक्रम में वीर सैनिकों को प्रशंसा पत्र भी प्रदान किए जाएंगे, जो राज्य की ओर से उनकी अतुलनीय सेवाओं के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक होंगे।

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा—

“उत्तराखण्ड केवल देवभूमि ही नहीं, बल्कि वीरभूमि भी है। यहां के अनेक वीर सपूतों ने राष्ट्र की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। यह कार्यक्रम उन महान योद्धाओं को हमारी श्रद्धांजलि और कृतज्ञता अर्पित करने का प्रयास है। यह आयोजन निश्चित ही आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।”

उत्तराखंड से हर पाँचवां बलिदानी सैनिक देश के लिए अपनी जान न्योछावर करता है। हर साल 20-30 सैनिकों को वीरता पदकों से नवाजा जाता है। ऐसे वीरों के प्रति सम्मान दर्शाने वाला यह आयोजन पूरे प्रदेश के लिए गौरव का क्षण होगा।