पाटकोट में शराब ठेके के विरोध में महिलाओं का धरना 41वें दिन भी जारी, शासन-प्रशासन पर लगाया अनदेखी का आरोप, पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत का भी दावा।

पाटकोट में शराब ठेके के विरोध में महिलाओं का धरना 41वें दिन भी जारी, शासन-प्रशासन पर लगाया अनदेखी का आरोप, पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत का भी दावा।
ख़बर शेयर करें -

पाटकोट में शराब ठेके के विरोध में महिलाओं का धरना 41वें दिन भी जारी, शासन-प्रशासन पर लगाया अनदेखी का आरोप, पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत का भी दावा।

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

रामनगर। पाटकोट गांव में शराब की दुकान खोलने के विरोध में महिलाओं का धरना रविवार को 41वें दिन भी जारी रहा। महिलाओं ने आरोप लगाया कि तमाम चेतावनियों और ज्ञापनों के बावजूद शासन-प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस और लिखित कार्यवाही नहीं की गई है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्य सचिव ने दिए निर्देश: कमर्शियल संस्थानों की बेसमेंट पार्किंग का हो शत-प्रतिशत उपयोग, उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई।

धरना दे रही महिलाओं ने आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि ठेकेदार के लोग गांव के युवाओं को मोटा लालच देकर शराब की दुकान खोलने के लिए मनाने का प्रयास कर रहे हैं, और यह सब पुलिस व आबकारी विभाग की मिलीभगत से हो रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  SASCI योजना 2025-26: सुधारों में तेजी लाकर 615 करोड़ की अनटाइड फंड का करें समुचित उपयोग — मुख्य सचिव आनंद बर्धन।

महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा गांव में आकर उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि शराब दुकान न खुलने से जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई अब उन्हें करनी होगी। ग्रामीण महिलाओं ने इसे सामाजिक माहौल को खराब करने और विरोध करने वालों को डराने की साजिश बताया।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री को चारधाम प्रसाद और ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ के उत्पाद किए भेंट।

धरने में शामिल महिलाओं में अंजलि बोस, पूनम रावत, कविता मेहरा, दीपा मेहरा, लीला मेहरा, गुड्डी मेहरा सहित कई अन्य महिलाएं मौजूद रहीं। उनका कहना है कि जब तक ठेका निरस्त नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।