“बढ़ती भीषण गर्मी में पार्क प्रशासन नही भर पा रहा वाटर हॉल, वाटर हॉल पड़े है खाली”

ख़बर शेयर करें -

“बढ़ती भीषण गर्मी में पार्क प्रशासन नही भर पा रहा वाटर हॉल,  वाटर हॉल, मानसूनी वाटरहॉल पड़े है खाली”

 

 

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

 

आजकल लगातार बढ़ती गर्मी में गर्जिया जोन के कई वाटर हॉल, मानसूनी वाटरहॉल सूखे पड़े है, वाटर हॉल में वन्य जीव पानी के लिए आ तो रहे है लेकिन बिना पानी के वापस जाना पड़ रहा है एक तरफ पार्क प्रशासन ने सफारी शुल्क इतना बड़ा दिया की गर्जिया जोन में परमिट पूरे नहीं कट रहे है जिसका सीधा फरक स्थानीय ग्रामीणों के रोजगार पर पड़ रहा है और दूसरी तरफ कॉर्बेट में गाड़ीयों का संपूर्ण रोटेशन नहीं होने से लोग फाटो, सीतावनी में पर्यटकों की बुकिंग करा रहे है क्योंकि इन जोनों में परमिट शुल्क कॉर्बेट से बहुत कम है।

यह भी पढ़ें 👉  चारधाम यात्रा और धार्मिक आयोजनों की बेहतर तैयारी के निर्देश

 

 

 

साथ ही साथ रामनगर वन प्रभाग रामनगर,  एवं तराई वन प्रभाग रामनगर द्वारा जंगलों में पानी की उचित व्यवस्था की है जिससे वन्य जीवों को भरपूर पानी भी मिल रहा है और साथ ही साथ पर्यटक वन्य जीवों का भी दिदार कर रहे है। जैसे ही हमें सोसल मीडिया के माध्यम से सूखे वाटर हॉल की जानकारी मिली हमने गर्जिया जोन के जिम कार्बेट नेचर गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष से फोन से जानकारी ली उनके द्वारा बताया गया की जंगल में वर्तमान में विभाग ने दो वाटर हॉल बनाए भी है लेकिन बहुत जगह वाटर हॉल की जरूरत है जैसे बेलाखाल में पानी की जरूरत है।

यह भी पढ़ें 👉  : हल्द्वानी में ठंड से राहत के प्रयास: आयुक्त ने रैन बसेरों और अलाव का निरीक्षण किया

 

 

 

जो वाटर हॉल सुखा पड़ा है और फुलताल के वाटर हॉल सुखा पड़ा है शीलधारी से आगे भी एक वाटर हॉल सूखे पड़े है बाकी रिगोड़ा चौकी से तीन तेराह के बीच में कोई भी वाटर हॉल नही जिससे वन्य जीवों को हाइवे पार कर कोसी में जाना पड़ता है जो वन्य जीवों के लिए भी सुरक्षित नहीं है और स्थानीय ग्रामीणों के लिए भी सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नही है। जिम कार्बेट नेचर गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष के द्वारा ये भी बताया गया की पार्क में वन्य जीवों के लिए पानी के साथ साथ पर्यटकों, गाइडों, चालकों के लिए भी रिगोड़ा गेट एवं शिलधारी पर पीने कोई व्यवस्था नहीं है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऊखीमठ में पूजा-अर्चना और पांडव नृत्य में भाग लिया

 

 

 

 

और सड़को में जगह जगह बहुत सारे गड्डे बने हुए है जिससे पर्यटकों के द्वारा भी कई बार सड़को को सही कराने के लिए बोला जाता है ।जिम कार्बेट नेचर गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष द्वारा बताया की उपरोक्त समस्याओं के निवारण एवं वर्ष भर गेट खुलवाने के लिए पार्क प्रशासन को लिखित दिया गया है लेकिन वर्तमान में अभी तक पार्क में सड़को में अर्बियम, वन्य जीवो के लिए उचित पानी की व्यवस्था, पर्यटकों, गाइडों, चालको के लिए पीने के पानी की व्यवस्था, गेट पर अच्छी पार्किंग और वर्ष भर गेट की अनुमति के बारे में विभाग द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है।