SASCI योजना 2025-26: सुधारों में तेजी लाकर 615 करोड़ की अनटाइड फंड का करें समुचित उपयोग — मुख्य सचिव आनंद बर्धन।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
देहरादून, 14 जून —
राज्य सरकार को स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट (SASCI) योजना के तहत इस वित्तीय वर्ष में 615 करोड़ रुपये की अनटाइड फंड राशि मिलनी तय है। इस राशि का विकास कार्यों में पूर्ण उपयोग सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आज सचिवालय में मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
मुख्य सचिव ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित सुधार कार्यक्रमों को तेजी से लागू करें, ताकि राज्य को मिलने वाली धनराशि का पूर्ण और पारदर्शी उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।
🔹 प्रमुख निर्देश और बिंदु:
✅ प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य:
मुख्य सचिव ने कहा कि ऐसे कार्य जिन्हें शीघ्रता से पूरा किया जा सकता है, उन्हें प्राथमिकता में रखा जाए, और जिन कार्यों की पूर्ति हो चुकी है, उनके लिए उपयोगिता प्रमाण पत्र (UC) शीघ्र प्रस्तुत किए जाएं।
✅ खनन क्षेत्र में सुधार:
खनन विभाग को माइनर मिनरल्स पॉलिसी, स्टार रेटिंग सिस्टम, रेयर मिनरल सर्वे, और ऑक्शन प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
✅ परिवहन विभाग को हिदायत:
मुख्य सचिव ने EV (इलेक्ट्रिक वाहन) नीति, पुराने वाहनों की प्रतिस्थापना, ई-चालान, और सड़क सुरक्षा में इलेक्ट्रॉनिक एनफोर्समेंट डिवाइसेज के बेहतर उपयोग पर जोर दिया।
✅ राजस्व सुधार:
राजस्व और संबंधित विभागों को लैंड रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण, डिजिटल क्रॉप सर्वे, वन कृषक आईडी, और राजस्व न्यायालयों के डिजिटलीकरण को जल्द पूरा करने को कहा गया।
✅ वित्तीय प्रबंधन और DBT पर फोकस:
वित्त एवं नियोजन विभाग को वित्तीय प्रबंधन का डिजिटलीकरण और आधार आधारित DBT (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) प्रणाली को तेज़ी से लागू करने के निर्देश दिए गए।
📊 अन्य महत्वपूर्ण तथ्य:
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SASCI स्कीम की टाइड व अनटाइड मदों से जुड़े कार्यों की अलग-अलग समीक्षा की गई।
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संबंधित विभागों को एक सप्ताह के भीतर कार्य योजना और रोडमैप विद टाइमलाइन प्रस्तुत करने को कहा गया है।
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केंद्र सरकार द्वारा निर्देशित सुधारों की प्रगति के आधार पर ही अन्य धनराशि की प्राप्ति संभव होगी।
🏛️ बैठक में उपस्थित अधिकारी:
बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, शैलेश बगौली, रविनाथ रमन, पंकज पांडेय, डॉ. आर. राजेश कुमार, डॉ. एस.एन. पांडेय, दीपक कुमार, अपर सचिव स्वाति भदौरिया, और यूजेवीएनएल के एमडी संदीप सिंघल सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

