चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,  अब 12 महीने संचालित होगी चारधाम यात्रा, 25 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन।

चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,  अब 12 महीने संचालित होगी चारधाम यात्रा, 25 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन।
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चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,  अब 12 महीने संचालित होगी चारधाम यात्रा, 25 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन।

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

देहरादून/उत्तराखंड। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु की सुरक्षा और सुविधा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि देवभूमि में आने वाला हर तीर्थ यात्री चारों धामों के दर्शन कर सके।

मुख्यमंत्री  धामी ने बताया कि चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां गत वर्ष 2024 की यात्रा समाप्ति के साथ ही शुरू कर दी गई थीं। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष अब तक 25 लाख से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण करवा चुके हैं, जो यात्रा के प्रति लोगों के उत्साह को दर्शाता है।

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मुख्यमंत्री कल तीसरी बार चारधाम यात्रा तैयारियों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। उन्होंने बताया कि विशेष रूप से यात्रा के शुरुआती दिनों में व्यवस्थाएं चुनौतीपूर्ण होती हैं, जिसे लेकर पुलिस, परिवहन व अन्य विभागों को निर्देश दिए जाएंगे कि सभी तैयारियाँ पुख्ता हों।

शीतकालीन चारधाम यात्रा की भी शुरुआत

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से इस वर्ष से शीतकालीन चारधाम यात्रा की शुरुआत की गई है। इसके तहत अब पूरे 12 महीने देवभूमि उत्तराखंड में श्रद्धालु चारधाम यात्रा कर सकेंगे, जिससे पर्यटन, संस्कृति और स्थानीय आर्थिकी को बल मिलेगा।

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2013 आपदा से लेकर पुनर्निर्माण तक

टपकेश्वर महादेव मंदिर, देहरादून में आयोजित संगीतमय सुंदरकांड पाठ में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2013 की आपदा में श्री केदारनाथ धाम पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के अथक प्रयासों से केदारपुरी का भव्य और दिव्य रूप में पुनर्निर्माण संभव हो पाया है।

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उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष केदार घाटी में एक बड़ी आपदा आई थी, जिसमें 29 स्थानों पर सड़क और पुल क्षतिग्रस्त हुए, लेकिन राज्य सरकार की तत्परता से सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया और 35 दिनों में यात्रा को फिर से शुरू कर दिया गया।

कार्यक्रम में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

टपकेश्वर महादेव मंदिर समिति एवं उत्तराखंड सेवा समिति द्वारा आयोजित इस धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं, संतों व समिति पदाधिकारियों ने भाग लिया।