आयुक्त ने किया बेस अस्पताल का निरीक्षण, अव्यवस्थाओं पर जताई कड़ी नाराजगी।

आयुक्त ने किया बेस अस्पताल का निरीक्षण, अव्यवस्थाओं पर जताई कड़ी नाराजगी।
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आयुक्त ने किया बेस अस्पताल का निरीक्षण, अव्यवस्थाओं पर जताई कड़ी नाराजगी।

 

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

हल्द्वानी। आयुक्त/सचिव मा0 मुख्यमंत्री श्री दीपक रावत ने शनिवार अपराह्न सोबन सिंह जीना बेस चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई और सीएमएस डॉ. के.के. पांडे से स्पष्टीकरण तलब किया।

बाल रोग विभाग में फैली गंदगी, कॉकरोच मिलने से आयुक्त नाराज

निरीक्षण के दौरान शिकायत मिली कि बाल रोग विभाग के बेड पर बड़ी संख्या में कॉकरोच देखे गए। जांच में यह शिकायत सही पाई गई, जिससे आयुक्त ने कड़ा असंतोष व्यक्त किया। जब उन्होंने सीएमएस से इस पर जवाब मांगा, तो पता चला कि 1 मार्च से ही अस्पताल में कॉकरोच होने की जानकारी थी, लेकिन इस पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई।

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सीएमएस ने बताया कि जिन दवाओं का उपयोग किया गया था, वे प्रभावी नहीं थीं और उनकी खरीद के उचित बिल भी उपलब्ध नहीं थे। इस लापरवाही पर आयुक्त ने सीएमएस को जिम्मेदार ठहराया और स्पष्ट निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसी स्थिति दोहराने पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।

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शौचालयों में गंदगी, सफाई के दिए निर्देश

निरीक्षण के दौरान अस्पताल के शौचालयों में गंदगी भी पाई गई, जिस पर आयुक्त ने तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए और स्वच्छता बनाए रखने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए अस्पताल की साफ-सफाई और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए।

अस्पताल कर्मचारियों की समस्याओं का जल्द समाधान होगा

निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने अस्पताल कर्मचारियों की यूनिफॉर्म से जुड़ी धनराशि स्थानांतरण की समस्या को भी सुना और प्रशासन को इसका शीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए।

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सभी अस्पतालों को मिली कड़ी चेतावनी

आयुक्त दीपक रावत ने कुमाऊं मंडल के सभी अस्पतालों को निर्देश दिया कि भविष्य में इस तरह की किसी भी लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मरीजों को बेहतर उपचार मिलना चाहिए और स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

अस्पताल प्रबंधन को सख्त चेतावनी देते हुए आयुक्त ने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोबारा पाई गई, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।