सरकार की योजना की उड़ाई धज्जियां, फलदार वृक्षों की जगह दिखाई दे रही है पुरानी ही प्रजाति, अध्यक्ष ने लगाए गंभीर आरोप।

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सरकार की योजना की उड़ाई धज्जियां, फलदार वृक्षों की जगह दिखाई दे रही है पुरानी ही प्रजाति, अध्यक्ष ने लगाए गंभीर आरोप।

 

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

 

कुछ समय पहले रामनगर वन प्रभाग रामनगर के कोसी रेंज में (धनगढ़ी के पास) सागुन के पेड़ो का कटान विभागीय मध्यम से हुवा था। सरकार और प्रशासन की अच्छी मंशा थी सागुन को काटकर सदा हरे भरे रहने वाले एवं फलदार पेड़ लगाए भी जायेंगे, जिससे वन्य जीवों को खाने और रहने के लिए अच्छा होगा, जिससे मानव , वन्य जीव संघर्ष में भी कमी आयेगी।

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अध्यक्ष विनोद बुधानी (जिम कार्बेट नेचर गाइड एसोसिएशन कॉर्बेट) ने बताया की सन् 2023 में बहुउद्देशीय वृक्षारोपण योजना के तहत 14000 अलग अलग प्रजाति के पौधों को यहां लगाया गया था और इसकी सुरक्षा के लिए सोलर फैन्स भी लगाई गई थी जिससे लगाए गए पेड़ो की सुरक्षा हो सके लेकिन यहां तो मौके पर पहले से ज्यादा फिर से सागुन ही दिखाई दे रहा है। और सोलर फैन्स में बड़ी बड़ी घास हो गई है।  जबकि सरकार द्वारा माँ के नाम एक पेड़ लगाने के माध्यम से सभी छेत्रवासियों को जागरूक कर संरक्षण से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

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लेकिन रामनगर वन प्रभाग यहां पेड़ लगाने के बाद उन पेड़ो के संरक्षण पर ध्यान नहीं दे रहा है जिसका जीता जागता प्रमाण कोसी रेंज है जहां 14000 पेड़ और उनके सुरक्षा के लिए सोलर फैन्स तो लगाई लेकिन उसका संरक्षण नही हो पा रहा है ।और ना ही नेशनल हाइवे के किनारे फायर लाइन को साफ किया गया है जबकि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व द्वारा फायर लाइन को साफ किया गया है।

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यदि अगर आप का धनगढ़ी की तरफ जाना हो तो आप को एक विभागीय साइनिंग बोर्ड लगा हुवा देखेंगे, जिसमे अलग अलग प्रजाति के 14000 पेड़ लगाए जाने का ब्यौरा है ।ये लगे 14000 पेड़ो का संरक्षण और फायर लाइन काटी जायेगी तो मानव ,वन्य जीव संघर्ष में भी कमी आयेगी साथ ही साथ सरकार के द्वारा मां के नाम एक पेड़ लगाने की पहल सकारात्मक सिद्ध होगी ।