100 वर्ग गज से कम भूखंडों की रजिस्ट्री और निर्माण कार्यों की जांच शुरू, चार टीमें गठित, हल्द्वानी, रामनगर, भवाली और नैनीताल में चला विशेष अभियान।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
हल्द्वानी, 4 मई 2025 (सूवि)।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुपालन में 100 वर्ग गज से कम क्षेत्रफल के प्लॉटों/भूखंडों की रजिस्ट्री और निर्माण की जांच हेतु रविवार को जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण, क्षेत्रीय कार्यालय हल्द्वानी द्वारा चार टीमों का गठन किया गया। यह टीमें हल्द्वानी, रामनगर, भवाली व नैनीताल क्षेत्रों में सर्वेक्षण एवं सत्यापन कार्य में जुटीं।
हल्द्वानी क्षेत्र में सिटी मजिस्ट्रेट ए.पी. बाजपेयी के नेतृत्व में ग्राम देवला तल्ला पंजाया, गौलापार में 16 प्लॉटों की जांच की गई। इनमें से 10 प्लॉटधारकों ने रजिस्ट्री से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखाए, जबकि शेष 6 ने केवल स्टाम्प में भूमि क्रय करने की बात कही, पर मौके पर कोई प्रमाण नहीं दिया। किसी के पास भवन मानचित्र की स्वीकृति भी नहीं थी।
गौजाजाली उत्तर (बरेली रोड) हल्द्वानी में 20 प्लॉटों का सत्यापन किया गया। इनमें से 11 प्लॉटधारकों ने मानचित्र स्वीकृति नहीं ली थी जबकि शेष 9 ने मार्गाधिकार और सैटबैक नियमों का उल्लंघन करते हुए निर्माण कार्य किया था।
रामनगर के पूछड़ी क्षेत्र में 20 भूखंडों की जांच हुई। केवल 7 लोगों ने रजिस्ट्री/बैनामा प्रस्तुत किया जबकि 13 के पास कोई दस्तावेज नहीं था। सभी ने भवन मानचित्र की स्वीकृति भी प्रस्तुत नहीं की।
नैनीताल व भवाली क्षेत्रों में जिला विकास प्राधिकरण के सचिव विजय नाथ शुक्ल के नेतृत्व में अभियान चलाया गया। नैनीताल बूचड़खाने में 29 और भवाली में 18 प्लॉटों का सत्यापन किया गया, जिनमें किसी भी प्लॉटधारक ने भवन मानचित्र की प्रति उपलब्ध नहीं कराई।
प्राधिकरण की सख्ती जारी
जिला विकास प्राधिकरण के सचिव ने बताया कि जांच में उत्तराखंड नगर एवं ग्राम नियोजन तथा भवन उपविधियों के उल्लंघन की पुष्टि पर संबंधितों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। सत्यापन कार्य में राजस्व और अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे।


